उस लड़के ने मुझसे प्यार किया
पर वो मुझे पतंगा ना बना सका
मेरे परों का शब्द याद रख पाने को
वो पर, वो पारियां, वो पतंगे
लड़के इन्ही को प्यार करते हैं क्या?
फिर क्यों मुझे इतनी नाज़ुकता से-
प्यार करना नहीं आया?
क्यों मैं कभी जलते घरों की ओर नहीं दौड़ा?
क्या उन घरों में कुछ रखा था?
किसीका पागलपन?
मैं किसी लड़के से इतना प्यार नहीं कर सका-
अँधाधुन
पागलों की तरह
रातों को जाग-जागकर।
पर वो मुझे पतंगा ना बना सका
मेरे परों का शब्द याद रख पाने को
वो पर, वो पारियां, वो पतंगे
लड़के इन्ही को प्यार करते हैं क्या?
फिर क्यों मुझे इतनी नाज़ुकता से-
प्यार करना नहीं आया?
क्यों मैं कभी जलते घरों की ओर नहीं दौड़ा?
क्या उन घरों में कुछ रखा था?
किसीका पागलपन?
मैं किसी लड़के से इतना प्यार नहीं कर सका-
अँधाधुन
पागलों की तरह
रातों को जाग-जागकर।
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